राजस्थान यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव में एक बार फिर निर्दलीय प्रत्याशी ने NSUI और ABVP को धूल चटा दी है। निर्दलीय प्रत्याशी निर्मल चौधरी ने अध्यक्ष पद के लिए हुए चुनाव में करीब 1465 वोटों से जीत हासिल की है। उन्होंने मंत्री मुरारी लाल मीणा की बेटी निहारिका जोरवाल को हरा दिया है। निहारिका जोरवाल दूसरे नंबर पर रहीं उन्हें महज़ 2578 वोटों से संतोष करना पड़ा।
छात्रसंघ चुनाव में तीसरे नंबर पर रही कांग्रेस का छात्र संगठन NSUI रहा। NSUI की प्रत्याशी रितु बराला को 2010 वोट मिले हैं। वहीं RSS-BJP के छात्र संगठन ABVP के प्रत्याशी नरेंद्र यादव चौथे स्थान पर रहे हैं।
इधर RUSU चुनाव में उपाध्यक्ष पद पर भी निर्दलीय प्रत्याशी अमीषा मीणा ने जीत हासिल की है जबकि महासचिव पद पर AVBP के अरविंद जाजड़ा जीते हैं। इसके अलावा संयुक्त सचिव पद पर NSUI की धरा कुमावत ने फतेह हासिल की है। इसके अलावा शोध छात्र प्रतिनिधि के पद पर रामस्वरूप ओला चुनाव जीते हैं।
ये भी पढ़िए: एशिया कप T20 में पाकिस्तान को चुनौती देने के लिए टीम इंडिया तैयार
इस बीच एक चौंकाने वाली खबर आई है। राजस्थान यूनिवर्सिटी के छात्र नेता रहे नरेश मीणा ने ये दावा किया है कि उन्हें चुनाव मैनेज करने के लिए निहारिका जोरवाल ने 10 लाख रुपए दिए थे। मीणा ने फेसबुक लाइव करते हुए कहा कि वो बचे हुए 5 लाख रुपए निहारिका को लौटाने जा रहे हैं।
उन्होंने फेसबुक लाइव के दौरान ये रुपये दिखाए। आपको बता दें कि नरेश मीणा राजस्थान यूनिवर्सिटी छात्रसंघ के महासचिव रहे हैं। नरेश किरोड़ीलाल मीणा के समर्थक भी रहे हैं।
इससे पहले मंत्री की बेटी निहारिका को एक और झटका लगा। कांग्रेस के छात्र संगठन ने बग़ावत करने के आरोप में निहारिका जोरवाल को आने वाले छह साल के लिए एनएसयूआई ने निष्कासित कर दिया है।
निहारिका समेत 6 छात्र नेताओं पर एक्शन लिया गया है, जिन्होनें NSUI की गाइडलाइन का पालन नहीं किया और गाइडलाइन को दरकिनार करते हुए चुनाव लड़ा। निहारिका जोरवाल 6 साल के लिए से निष्कासित हो गई है। NSUI के राजस्थान प्रभारी गुरजोत संधू ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं।