देश की अर्थव्यवस्था के लिए एक अच्छी ख़बर है। पहली तिमाही में भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की विकास दर 13.5% रही है जबकि कृषि विकास दर 4.5% दर्ज की गई है। पहली तिमाही में विकास दर के 36.85 लाख करोड़ के स्तर को छूने का अनुमान है जबकि पिछले साल पहली तिमाही में भारत की GDP ने 32.46 लाख करोड़ के स्तर को छुआ था।
आपको बता दें कि वैश्विक महामारी कोरोना से उबरते हुए पिछले साल पहली तिमाही में भारत की GDP 20.1% रही थी।
वित्त वर्ष 2021-22 (Q4FY22) की चौथी तिमाही में भारत की GDP 4.1 % का दर से बढ़ी। वित्तीय वर्ष 2021-22 में GDP में 8.7 % की बढ़ोत्तरी देखी गई। बता दें कि वित्तीय साल 2022-23 में RBI का जीडीपी विकास का अनुमान 7.2 % है। पहली तिमाही में RBI ने GDP की दर 16.2% रहने का अनुमान लगाया था।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने जुलाई 2022 के आखिर में मौजूदा वित्त वर्ष के लिए भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के अनुमान को 80 बेसिस अंकों से घटाकर 7.4% कर दिया था। वहीं, विश्व बैंक ने भी मौजूदा वित्तीय वर्ष के लिए भारत की ग्रोथ रेट के अनुमान को घटाया था। विश्व बैंक ने इसे घटाकर 7.5% कर दिया। बताया जा रहा है कि बढ़ती मुद्रास्फीति, सप्लाई चेन की दिक्कतों, रूस-यूक्रेन युद्ध और चीन-ताईवान विवाद के मद्देनजर भारत के वृद्धि दर पर बुरा असर पड़ सकता है।