नई दिल्ली । न्यू महरौली रोड स्थित प्रौद्योगिकी भवन में आयोजित समारोह में वैज्ञानिकों ने निगम स्कूल की छात्राओं को पुरस्कृत किया। टाइफैक के कार्यपालक निदेशक प्रो. प्रदीप श्रीवास्तव ने अपने कार्यालय में आयोजित एक समारोह में चित्रकला प्रतियोगिता के विजयी बच्चियों को पुरस्कृत किया।
कार्यक्रम में केजी, नर्सरी, प्रथम व द्वितीय कक्षा की सलोनी, कन्यका सिंह, तुलसी राउत और प्रतिष्ठा को प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं सांत्वना पुरुस्कार दिए गए। कक्षा तृतीय, चतुर्थ और पंचम की छात्रा नीलम वर्मा, अनुराधा कनिका सिंह चौहान और शमा खातून भी सम्मानित हुईं। प्रथम, द्वितीय, तृतीय और सांत्वना पुरूस्कार से सम्मानित बच्चों को 1000, 800, 600 और 500 रुपये का नकद पुरुस्कार और प्रमाण-पत्र दिये गए।
विजेता बच्चों से वार्तालाप कर दिया आशीर्वाद
प्रो. श्रीवास्तव ने विजेता बच्चों से संक्षिप्त वार्तालाप किया और उन्हें जीवन में आगे बढ़ने का आशीर्वाद दिया। इस अवसर पर पीआर बसाक, डॉ गौतम गोस्वामी, मुकेश माथुर, निर्मला कौशिक, टी चंद्रशेखर, कविता त्यागी, डा. देबब्रत मजूमदार एवं अन्य कई अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ एस के गोयल ने किया।
मौका मिले तो शानदार परिणाम देंगे विद्यार्थी: प्राचार्य
प्राचार्य नसीर अहमद सिद्दीकी ने निगम स्कूल के बच्चों को इतने बड़े प्लेट फॉर्म पर अवसर देने के लिए प्रौद्योगिकी सूचना, पूर्वानुमान और मूल्यांकन परिषद (टाइफैक) की खूबसूरत पहल का विशेष रुप से धन्यवाद दिया। उन्होंने बताया कि निगम स्कूल के बच्चों की शिक्षा-दीक्षा बेहद चुनौतीपूर्ण है। विभिन्न प्रदेशों से आकर दिल्ली में बसे इनके अविभावक जो स्वयं शिक्षा से कोसों दूर हैं और जीविकोपार्जन के चक्कर में बच्चों को समय ही नहीं दे पाते। विपरीत और परिस्थितियों में बच्चों की देखरेख और शिक्षा की दोहरी ज़िम्मेवारी निगम विद्यालय निभा रहे हैं। अगर इसी प्रकार इन बच्चों को मौका दिया जाए तो परिणाम बेहद सुखद होंगे।
क्या हैं टाईफेक ?
गौर तलब है कि “प्रौद्योगिकी सूचना, पूर्वानुमान और मूल्यांकन परिषद्’ (टाईफेक)” जो कि “विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भारत सरकार” के अंतर्गत कार्यरत एक स्वायत्त संगठन है। मिसाइल मैन ऑफ इंडिया के रुप में प्रसिद्ध डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम, टाईफेक से जुड़े रहे जो बाद में भारत के राष्ट्रपति बने।