दिल्ली के जंतर-मंतर पर महंगाई, बेरोजगारी, निजीकरण और साम्प्रदायिकता के ख़िलाफ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने प्रदर्शन किया। पोलित ब्यूरो सदस्य बृंदा करात ने मोदी सरकार पर लोकतंत्र और संविधान पर हमले करने का आरोप लगाते हुए कहा कि ज्ञानव्यापी मस्जिद, कुतुब मीनार, ताज महल समेत तमाम धार्मिक स्थलों पर विवाद खड़ा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि BJP-RSS ये विवाद पैदा कर देश को विभाजन करने वाली नीति की ओर ले जा रहे हैं। ये BJP की ज़हरीली नीति है।
माकपा नेता बृंदा करात का पूरा भाषण सुनिए ⬇️
माकपा नेता बृंदा करात ने बेरोज़गारी और महंगाई के लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया। करात ने कहा कि आज महंगाई के ज़माने में हर चीज़ के दाम बढ़ गए हैं। उन्होंने मोदी सरकार और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर गरीबों की जेब काटने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर कई टैक्स लगाए, आटे-चावल पर GST लगाई और गैस सिलेंडर के दाम बढ़ाए।
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बृंदा करात ने कहा कि केंद्र सरकार टैक्स लगाकर करोड़ों रुपये इकट्ठे कर रही है और अडानी-अंबानी जैसे उद्योगपतियों को 10 लाख करोड़ रुपये की टैक्स में छूट दे रही है। माकपा नेता ने बताया कि निर्मला सीतारमण संसद में कहतीं हैं कि महंगाई कोई समस्या नहीं है।
CPIM नेता बृंदा करात ने मोदी के गुजरात मॉडल और केजरीवाल के दिल्ली मॉडल पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मॉडल कोई ट्रेन का डिब्बा नहीं है कि एक डिब्बे में लोगों के साथ अच्छा कर रहे हो और दूसरे डिब्बे के लोगों को यातना दे रहे हो। बृंदा करात ने कहा कि मॉडल समुचित योजना और विचारधारा के आधार पर बनता है।
माकपा नेताओं ने जनता से अपील की है कि देश को जनविरोधी नीतियों बचाने के लिए मोदी सरकार को हटाने की ज़रूरत है।
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