आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव ने पीएफआई को बैन करने पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। लालू यादव ने कहा है कि पीएफआई की जांच हो रही है। PFI की तरह जितने भी सांप्रदायिक संगठन हैं, जैसे RSS उन पर भी बैन लगाना चाहिए। लालू यादव ने कहा कि जिसके खिलाफ भी सबूत मिले उसे बैन करना चाहिए।
आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव ने RSS-BJP का नाम लिए बगैर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि ये लोग देश को हिंदू-मुस्लिम की राजनीति करके तोड़ना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि सांप्रदायिकता के खिलाफ कार्रवाई में एकरूपता होनी चाहिए।
लालू यादव ने कहा कि ऐसा संदेश नहीं जाना चाहिए कि मुस्लिम समुदाय को टारगेट किया जा रहा है। लालू यादव ने कहा कि RSS ने दुर्गावाहिनी जैसे संगठन बनाए हैं। संघ पर बैन लगना चाहिए। आरएसएस को इमरजेंसी में भी बैन किया गया था।
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PFI की तरह जितने भी नफ़रत और द्वेष फैलाने वाले संगठन हैं सभी पर प्रतिबंध लगाना चाहिए जिसमें RSS भी शामिल है। सबसे पहले RSS को बैन करिए, ये उससे भी बदतर संगठन है।
आरएसएस पर दो बार पहले भी बैन लग चुका है। सनद रहे, सबसे पहले RSS पर प्रतिबंध लौह पुरुष सरदार पटेल ने लगाया था।
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) September 28, 2022
RSS पर बैन की मांग लालू ने क्यों की?
लालू ने भाजपा और संघ परिवार पर निशाना साधते हुए कहा कि मस्जिदों पर चढ़कर भगवा झंडा फहराना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि मस्जिदों पर चढ़कर हनुमान चालीसा का पाठ किया जा रहा है। ये लोग देश में सांप्रदायिक माहौल बनाकर दंगा-फसाद कराकर शासन में बने रहना चाहते हैं। अब इनके दिन लद गए हैं।
लालू यादव ने पीएफआई और आरएसएस को एक समान बताया। उन्होंने कहा कि टीवी पर पीएफआई पर जो कार्रवाई हो रही है उसका टीवी पर हव्वा दिखाया जा रहा है।
मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने की तैयारी
लालू ने मुल्क के हालात पर चिंता जताते हुए कहा कि देश की हालत बद से बदतर हो रही है। देश को तानाशाही की तरफ ले जाया जा रहा है। ये लोग देश को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। लालू ने कहा कि सब लोगों को इकट्ठा करके मोदी सरकार को उखाड़ फेंकना है।