Gautam Adani नई दिल्ली । अडानी समूह (Adani Group) की प्रमुख कंपनी अदानी एंटरप्राइजेज ने (Ndtv) स्टॉक एक्सचेंजों को एक रेगुलेटरी फाइलिंग देते हुए कहा कि विश्वप्रधान कमर्शियल (VCPL)को एनडीटीवी के शेयरों का ट्रांसफर लेने के लिए सेबी से इजाज़त लेने की ज़रूरत नहीं है।
एनडीटीवी ने गुरुवार को स्टॉक एक्सचेंजों को सूचित किया था कि उसके प्रमोटर्स पर 26 नवंबर, 2022 तक सेक्योरिटी मार्केटों में जाने पर रोक लगा दी गई है। इस तरह से अदानी समूह को NDTV (ndtv sold) में किसी भी हिस्सेदारी लेने के लिए सेबी की मंजूरी लेने की ज़रूरत होगी। (Media Company Sold)
इस पर अदानी ग्रुप की फाइलिंग में कहा गया है कि पत्र में RRPR(NDTV की एक प्रमोटर ग्रुप कंपनी) के उठाए सवाल निराधार हैं और कानूनी रूप से कमज़ोर हैं और इनमें कोई मैरिट नहीं हैं। इसलिए RRPR तुरंत अपने दायित्व को पूरा करे और वो वारंट एक्सरसाइज नोटिस के तहत इक्विटी शेयरों को आवंटित करने के लिए बाध्य है।”
फाइलिंग में कहा गया है कि वारंट नोटिस VCPL ने एक कॉन्ट्रैक्ट के तहत जारी किया है जो RRPR के लिए बाध्य है। इसलिए RRPR के लिए कॉन्ट्रैक्ट की शर्तों का पालन करना जरूरी है।
अदानी समूह ने मंगलवार को NDTV में 29.2% हिस्सेदारी लेने की घोषणा की। साथ ही खुले बाजार से 26% खरीदने की पेशकश भी की।
अडानी समूह की मीडिया शाखा, AMG मीडिया नेटवर्क्स की सहायक कंपनी विश्वप्रधान कमर्शियल ने NDTV के प्रमोटर समूह कंपनी RRPR होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड के 99.5% शेयर ले लिए हैं। VCPL ने साल 2009-10 में NDTV के संस्थापकों राधिका और प्रणय रॉय के साथ किए गए लोन समझौते के तहत ये हिस्सेदारी हासिल की है।
RRPR असल में NDTV की प्रमोटर ग्रुप कंपनी है और NDTV में उसकी 29.18%हिस्सेदारी रखती है।
अदानी ग्रुप की कंपनी के NDTV की हिस्सेदारी खरीदने की घोषणा करने के बाद NDTV की ओर से एक बयान जारी किया गया जिसमें कहा गया कि अदानी ग्रुप की सहायक कंपनी ने हिस्सेदारी हासिल करने का कदम बिना किसी “बातचीत” या “सहमति” के उठाया है। इस बारे में संस्थापकों को उसी दिन सूचित किया गया था।
इसमें ये भी कहा गया है कि NDTV कभी पत्रकारिता के मूल्यों और तौर-तरीकों से समझौता नहीं करेगा और उन्हें अपनी पत्रकारिता पर गर्व है।”