बिहार में भाजपा विधायक ललन पासवान के देवी-देवताओं को लेकर दिए बयान पर बवाल मच गया है। उन्होंने कहा है कि मानो तो देव है नहीं तो पत्थर है। उन्होंने कहा कि ये मान्यता है कि मां सरस्वती विद्या की देवी है लेकिन मुसलमान तो मां सरस्वती की पूजा नहीं करते हैं लेकिन वो फिर भी विद्वान हैं। लक्ष्मी माता धन की देवी है लेकिन मुसलमान तो लक्ष्मी की पूजा नहीं करते हैं, लेकिन कई मुस्लिम लोग अरबपति-खरबपति हैं।
भाजपा विधायक ललन पासवान यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा कि बजरंग बली ताकत प्रदान करते हैं लेकिन ईसाई और मुसलमान उनकी पूजा नहीं करते। अमरीका में हनुमान का मंदिर नहीं है लेकिन वो फिर भी सुपर पावर है। बीजेपी विधायक ललन ने कहा कि देवी-देवता मानने की चीज़ हैं। आप जब तक किसी को मान रहे हैं तभी तक वो है। अगर मानना बंद कर देंगे तो सब बीमारी खत्म हो जाएगी।
"मुसलमान लक्ष्मी की पूजा नहीं करते, तो क्या वे अमीर नहीं होते"
◆ बिहार के भागलपुर से BJP MLA ललन पासवान pic.twitter.com/ll3CRNu595
— News24 (@news24tvchannel) October 19, 2022
ललन पासवान ने कहा कि जैसे जैसे लोगों की सोच वैज्ञानिक और सामाजिक होगी, वैसे-वैसे ये सब खत्म हो जाएगा।
ललन पासवान के बयान के राजनीति मायने
ललन पासवान ने ये बयान देकर अपनी पार्टी भाजपा को फंसाने का काम किया है। हाल ही में दिल्ली में मंत्री राजेंद्र गौतम ने हिंदू देवी-देवताओं की पूजा नहीं करने की शपथ लेते हुए बौद्ध धर्म की दीक्षा ली थी। इस पर बीजेपी ने AAP और दिल्ली के सीएम केजरीवाल पर उनसे इस्तीफा लेने का दबाव बनाया था। ऐसे में अब दूसरी पार्टियों को भी बीजेपी के खिलाफ बोलने का मौका मिल गया है।
ललन के बयान पर लोगों ने क्या प्रतिक्रिया दी ?
ललन पासवान के इस बयान पर सोशल मीडिया पर बहस शुरू हो गई है। कई लोग इस बयान को सही बता रहे हैं तो कई लोग ललन पासवान की आलोचना कर रहे हैं। ट्विटर पर एक यूजर ने लिखा कि जो पाखंड के चक्कर में नहीं पड़ता वही अमीर है। एक दूसरे यूजर ने ललन के साहस की तारीफ की और उन्हें धन्यवाद दिया।