Fake Pacemaker Scam in UP: 250 मरीजों को नकली पेसमेकर लगाने वाला ‘शैतान’ डॉक्टर गिरफ्तार | कंपनियों से रिश्वत ली, विदेशों में उड़ाए गुलछर्रे!

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Fake Pacemaker Scam in UP | सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी के हृदय रोग विशेषज्ञ डाॅ. समीर सर्राफ ने डॉक्टरी के पवित्र पेशे को बदनाम कर दिया है. उन्होंने 250 से अधिक मरीजों को असली पेसमेकर की कीमत लेकर नकली पेसमेकर लगाए और उनकी जान खतरे में डाली। ऐसा करके उन्होंने लाखों की काली कमाई की।  

मरीजों को नकली पेसमेकर लगाने के आरोप में सैफई पुलिस ने आरोपी समीर सर्राफ को गिरफ्तार कर लिया। जब आप डॉ समीर सर्राफ की हरकतों के बारे में जानेंगे तो हैरान रह जाएंगे।

कैसे गिरफ्तार हुआ आरोपी डॉक्टर समीर सर्राफ?

डॉ समीर सर्राफ के खिलाफ शिकायत मिली थी कि उन्होंने 250 मरीजों की सर्जरी करके उनको नकली पेसमेकर लगाए। आरोप है कि समीर सर्राफ ने मरीजों को नकली पेसमेकर लगाने के लिए मेडिकल कंपनियों के साथ सांठ-गांठ की. उन्होंने मरीजों को ब्रांडेड कंपनियों के नाम पर नकली पेसमेकर मुहैया कराए और खूब पैसा कमाया। इन कंपनियों ने डॉक्टर सर्राफ को इस काम के बदले विदेश में 8 यात्राएं कराईं। 

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डॉक्टर ने यूनिवर्सिटी के लिए मेडिकल उपकरण खरीदने में करीब 2.5 अरब रुपये की धोखाधड़ी भी की. पुलिस जांच में डॉ. समीर सर्राफ को दोषी पाया गया. सैफई पुलिस ने IPC की कई धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करके उसे जेल भेज दिया।

दुगनी कीमत लेकर डॉक्टर ने लगाए नकली पेसमेकर

फरवरी 2022 में कुछ मरीजों ने डॉक्टर सर्राफ के खिलाफ शिकायत की। समीर के खिलाफ एक पुलिस रिपोर्ट दर्ज कराई गई जिसमें आरोप लगाया गया कि दिल के ऑपरेशन के दौरान नकली पेसमेकर डाले गए और इसके परिणामस्वरूप मरीज़ों को भारी दिक्कत हो रही है। जांच में पाया गया कि डॉक्टर ने मरीजों से पेसमेकर लगाने के लिए 185,000 रुपये वसूले, जो तय रकम 96,844 रुपये से दोगुने हैं।

रिश्वतखोरी का सीसीटीवी फुटेज वायरल 

डॉ समीर सर्राफ का एक सीसीटीवी फुटेज भी वायरल हुआ था। मामले की गंभीरता के मद्देनजर सैफई पुलिस के 17/22 में धारा 7, 8, 9 और 13 में केस दर्ज किया गया। 

फर्जी पेसमेकर

डॉक्टर को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस अधीक्षक संजय कुमार ने कहा कि साल 2022 में मामला दर्ज होने के बाद गजटेड ऑफिसर और पुलिस ने मामले की जांच की। डॉक्टर को गिरफ्तार करने के लिए सरकारी अनुमति ली गई। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

कानून के मुताबिक कदम उठाए : SSP

SSP ने कहा कि आरोपी डॉक्टर पर नियमानुसार कार्रवाई हुई है। उन्होंने कहा कि अब तक की जांच में लगभग 250 मरीजों में पेसमेकर लगाने के टेंडर में धोखाधड़ी के मामले सामने आए हैं. मरीजों की जान से खेला गया है. माना जा रहा है कि इस मामले में और मरीज़ भी सामने आ सकते हैं। 

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