बिहार के किशनगंज में सातवीं क्लास की परीक्षा में कश्मीर को लेकर पूछे गए एक सवाल पर बवाल मच गया है। इस सवाल को इस तरह से पूछा गया है जैसे कश्मीर एक अलग देश हो। छात्रों से पूछा गया कि निम्नलिखित देशों के नागरिकों को क्या कहकर पुकारा जाता है। इसके उत्तर में चीन, नेपाल और इंग्लैंड जैसे देशों के साथ कश्मीर का भी नाम दिया गया था।
ये प्रश्न बिहार के किशनगंज में सातवीं क्लास की अर्द्धवार्षिक परीक्षा में आया था। ये परीक्षा बिहार शिक्षा परियोजना परिषद् की ओर से आयोजित की जाती है। छात्रों का अंग्रेज़ी का पेपर था जिसमें ये सवाल पूछा गया जिससे ऐसा दर्शाया जा रहा है कि कश्मीर (Kashmir) एक अलग देश है।
इस प्रश्न पत्र की तस्वीरें सामने आने के बाद बवाल शुरू हो गया है। कुछ लोगों ने इसे सोशल मीडिया पर शेयर किया है जिस पर लोगों ने आपत्ति जताई है।
कश्मीर को लेकर विवादित सवाल पर हेडमास्टर की सफाई
इस मामले पर बवाल बढ़ने के बाद स्कूल के हेड टीचर एसके दास सामने आए और उन्होंने सफाई दी है। एसके दास ने इसे महज़ मानवीय भूल बताया और कहा कि ये प्रश्न पत्र बिहार एजुकेशन बोर्ड से आया है। उन्होंने अपनी सफाई में कहा कि सवाल को इस तरह से पूछा जाना चाहिए था कि कश्मीर के लोगों को क्या कहते हैं? उन्होंने माना है कि इस प्रश्न को ग़लत तरीके से पूछा गया है।
इस पर एक दूसरे स्कूल की प्राचार्या आशा लता ने भी टिप्पणी करते हुए कहा कि ऐसा होना नहीं चाहिए था। टीचर से ऐसी भूल बार-बार नहीं होना चाहिए। इस मामले में जब जिला शिक्षा अधिकारी DEO ने सवाल किया गया थो उन्होंने कोई प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया।
पहले भी हो चुकी है यही ग़लती
जब हमने इस मामले की तह तक जाने की कोशिश की तो पता चला कि साल 2017 में यही सवाल पूछा गया था। उस वक्त भी बवाल मचा था और इसे मानवीय भूल मान कर छोड़ दिया गया था।