Political Crisis in Jharkhand: CM हेमंत सोरेन ने की विधायकों की बाड़ेबंदी

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झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की विधायकी पद के लिए अयोग्य ठहराए जाने के बाद प्रदेश में राजनीतिक संकट गहरा गया है। हेमंत सोरेन ने विधायकों की बाड़ेबंदी शुरू कर दी है। सीएम हेमंत सोरेन अपने रांची आवास से सभी यूपीए विधायकों को एक बस में लेकर निकलते देखे गए हैं।

JHARKHAND CM HEMANT SOREN LEFT IN BUS WITH MLAS
झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन विधायकों को बस में लेकर हुए रवाना

बताया जा रहा है कि CM हेमंत सोरेन विधायकों के साथ खूंटी जिले के लतरातू डैम पहुंचे हैं। यहां सभी विधायकों को डूमरगढ़ी गेस्ट हाउस में ठहराया गया है। विधायकों की सुरक्षा के लिए पुलिस फोर्स का पुख्ता इंतज़ाम किया गया है।

विधायकों के आने से पहले डूमरगढ़ी गेस्ट हाउस में ठहरने की व्यवस्था के तहत कुर्सियां और गद्दे मंगवाए गए थे। यहां जलपान के बाद कुछ विधायक डैम में बोटिंग करने गए। इस दौरान खूंटी के डीसी और एसपी भी मौजूद रहे। बताया जा रहा है कि यहां पर कुछ देर रुकने के बाद विधायकों को दूसरी जगह शिफ्ट किया जा सकता है।

इधर, कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे ने झारखंड कांग्रेस विधायक दल की एक बैठक बुलाई है। 81 सदस्यों वाली झारखंड विधानसभा में झामुमो के 30 विधायक हैं, कांग्रेस के 18 विधायक हैं और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) का एक विधायक है।

सोरेन ने शनिवार को यूपीए गठबंधन के विधायकों की 2 दिनों में तीसरी बैठक बुलाई थी। बैठक में कई विधायक अपना लगेज लेकर पहुंचे। झारखंड कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि सभी विधायकों को तैयार होकर आने को कहा गया था। ठाकुर ने कहा, “विधायक बैठक के लिए सामान लेकर आ रहे हैं क्योंकि उन्हें तैयार रहने के लिए कहा गया है। अगर विधायकों को कहीं शिफ्ट करने के लिए कहा जाता है तो हम आपको बताएंगे।”

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झारखंड के विधायक बस में हुए रवाना
झारखंड के तमाम विधायक बस में हुए रवाना

इस पूरे मामले को लेकर कांग्रेस ने भाजपा पर राजनीति को प्रदूषित करने का आरोप लगाया। झारखंड कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने कहा कि झारखंड की राजनीति अलग है… बीजेपी यहां की राजनीति को दूषित करने की कोशिश कर रही है। अगर चुनाव आयोग एक सीलबंद लिफाफे में रिपोर्ट भेजता है, तो ये खुलने से पहले ही लीक हो जाता है। गठबंधन सरकार के हालिया फैसलों से आदिवासी क्षेत्रों में उनके (भाजपा) आधार पर असर पड़ेगा।

इधर यूपीए की बैठक पर तंज कसते हुए भाजपा नेता निशिकांत दुबे ने कहा कि सारी कवायदों के बावजूद भी रांची में 33 विधायक ही जमा हो पाए।

इस बीच आज सुबह सोरेन ने ट्वीट किया कि वो आदिवासी समुदाय से हैं और राजनीतिक रस्साकशी से उन पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। उन्होंने ट्वीट किया है कि ये आदिवासी बेटा है। उनकी चाल से कभी हमारे रास्ते नहीं रुके और न हम कभी डरे।

 


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