भारत की जनवादी नौजवान सभा (DYFI) ने बढ़ती महंगाई, बेरोज़गारी और मोदी सरकार की ‘जनविरोधी’ नीतियों के खिलाफ 3 मार्च 2022 को संसद मार्च का ऐलान किया है. DYFI ने युवाओं और महिलाओं से इस मार्च में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेने की अपील की है. नौजवान सभा ने ‘संसद चलो’ का नारा दिया है.
DYFI ने बेरोज़गारी के मुद्दे पर शुरू किए गए अभियान ‘कहां है मेरा रोज़गार?’ को आगे बढ़ाते हुए अखिल भारतीय युवा संसद मार्च की घोषणा की है. इससे पहले DYFI की दिल्ली इकाई ने हाल ही में केंद्रीय सचिवालय पर प्रदर्शन और सीएम निवास का घेराव किया था.
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DYFI ने आरोप लगाया है कि मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद भारत में बेरोजगारी बढ़ी है. मोदी सरकार की नीतियां युवा-विरोधी, रोजगार-विरोधी और राष्ट्र-विरोधी हैं. DYFI दिल्ली ने एक पोस्टर जारी किया है जिसमें कहा गया है कि मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार आक्रामक रूप से ऐसी नीतियां बना रही है जो युवाओं की आकांक्षाओं और सपनों को नकारती हैं. बेरोजगारी खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है. DYFI ने केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के जरिए अस्थायी रोज़गार देने वाली स्कीम पर भी सवाल खड़ा किया है.
भारत की जनवादी नौजवान सभा ने पूरे देश में मोदी सरकार की ‘जनविरोधी’ नीतियों के खिलाफ संघर्ष करने की घोषणा की है. इस आंदोलन को सफल बनाने के लिए DYFI दिल्ली ने लोगों से चंदा देने की भी अपील की है और एक QR कोड जारी किया है जिसे स्कैन करके युवाओं के इस संगठन को चंदा दिया जा सकता है.